विदेश मंत्री ने डोमिनिकन में भारतीय दूतावास का किया उद्घाटन, दोनों देशों के बीच व्यापार पहुंचा 1 बिलियन डॉलर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज डोमिनिकन के उपराष्ट्रपति रकील पेना के साथ डोमिनिकन गणराज्य में भारत के दूतावास का उद्घाटन किया है। वहीं उन्होंने कहा कि हम बहुपक्षीय क्षेत्रों में अपने संबंधों को और अधिक मजबूत करते रहेंगे। (फोटो- एजेंसी)
डोमिनिकन, एजेंसी। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर सेंटो डोमिंगो की यात्रा पर पहुंच हुए हैं। डोमिनिकन गणराज्य देश की यह उनकी पहली आधिकारिक यात्रा है। वहीं, विदेश मंत्री ने आज देश के उपराष्ट्रपति रकील पेना के साथ डोमिनिकन गणराज्य में भारत के दूतावास का उद्घाटन किया है। उद्घाटन समारोह के दौरान वहां डोमिनिकन के उपराष्ट्रपति समेत कई नेता मौजूद रहे थे।
विदेश मंत्रा ने क्या कहा?
उद्घाटन समारोह के बाद जयशंकर ने कहा कि हमारे राजनीतिक संबंध सौहार्दपूर्ण हैं और हम बहुपक्षीय क्षेत्रों में अपने संबंधों को और अधिक मजबूत करते रहेंगे। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे रेजीडेंट मिशन की उपस्थिति सहयोग के नए चरण को चिह्नित करेगी और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक क्षेत्रों में हमारे संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी।
व्यापार का कारोबार 1 बिलियन डॉलर
भारतीय दूतावास के उद्घाटन समारोह से पहले विदेश मंत्री डोमिनिकन गणराज्य में व्यापार कार्यक्रम (Trade Show) में भी शामिल हुए थे। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि डोमिनिकन गणराज्य उस व्यापार से संबंधित है जो 20 साल पहले हमारे राजनयिक संबंध स्थापित करने से पहले 12 मिलियन डॉलर था। वहीं, अब दोनों देशों के बीच व्यापार का कारोबार अब लगभग 1 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
व्यापार का हो विस्तार
जयशंकर ने यह भी कहा कि हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि कई अधिकारी और व्यापार प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा कर रहे हैं और हमारे व्यवसाय के साथ जुड़ रहे हैं। मुझे लगता है कि आज हमारे लिए चुनौती यह है कि कैसे व्यापार का विस्तार किया जाए, कैसे तेजी लाया जाए, सहयोग के क्षेत्र का विस्तार कैसे करें और यही हमारी बैठक का मुख्य उद्देश्य है।
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कोलंबिया की यात्रा पर भी थे विदेश मंत्री
डोमिनिकन गणराज्य में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि यह एक राजनीतिक यात्रा है, लेकिन निश्चित रूप से यह एक व्यावसायिक यात्रा अधिक है। इससे पहले जयशंकर ने कोलंबिया की यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत लैटिन अमेरिका के साथ अपना व्यापार बढ़ाना चाहता है जो 50 अरब डॉलर के करीब पहुंच रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि खनन, ऊर्जा, कृषि और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निवेश में अच्छी खासी ग्रोथ से इसे और बढ़ावा मिलेगा।
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