Iran: इजरायली खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में ईरान ने चार को दी फांसी
ईरान के रेवलूशनेरी गार्ड ने इजरायली एजेंसी से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। ये लोग निजी और सरकारी संपत्ति की चोरी करते थे और लोगों को अगवा कर उनसे जानकारी जुटाते थे। इन लोगों को क्रिप्टोक्रेंसी में इजरायल भुगतान करता था।
तेहरान, एपी। ईरान में रविवार को इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए काम करने के आरोप में चार लोगों को फांसी दे दी गई। यह जानकारी ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने दी है। 'इरना' ने बताया कि देश के रेवलूशनेरी गार्ड ने इजरायली एजेंसी से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। उसने कहा कि ये लोग निजी और सरकारी संपत्ति की चोरी करते थे और लोगों को अगवा कर उनसे पूछताछ करते थे।
क्रिप्टोकरेंसी में मिल रहे थे पैसे
एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कथित जासूसों के पास हथियार थे और उन्हें क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मोसाद से इसका मेहनताना मिलता था। क्षेत्र में ईरान और इजरायल के कट्टर दुशमनी है। इरना ने बताया कि जिन्हें फांसी दी गई है उनमें हुसैन ओरदोखाजादा, शाहीन इमानी मोहमुदाबादी, मिलाद अशरफी और मनौचेहर शाहबंदी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी आंदोलन को लेकर ईरान आरोप लगाता रहा है कि आंदोलन के पीछे अमेरिका और इजरायल जैसे विरोधी देशों का हाथ है।
ईरान में अशांति फैलाने की साजिश
ईरान के खुफिया मंत्रालय और रिवाल्यूशनरी गार्ड्स ने साझा कार्रवाई के तहत वहां फैली अशांति से पहले ही जून में गिरफ्तार कर लिया था। ईरान लंबे समय से इजरायल पर उसकी धरती पर गुप्त योजना के तहत गृह युद्ध छेड़ने का आरोप लगाता रहा है। ईरान ने हाल ही में इजरायल और पश्चिमी खुफिया एजेंसियों पर गृह युद्ध की साजिश रचने का आरोप लगाया है। ईरान में फिलहाल 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद के सबसे बड़े सरकार विरोधी प्रदर्शनों को झेल रहा है। ईरान में हिजाब पर बने कानून के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
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