Move to Jagran APP

Banke Bihari: प्राकट्योत्स पर सजा निधिवन राज मंदिर, पांच कुंतल दूध-दही से होगा प्राकट्यस्थली का महाभिषेक

Bihar Panchami आराध्य का जन्मोत्सव मनाने को देश के विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डाला है। निधिवन राज मंदिर को ठाकुरजी के स्वागत के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। निधिवन राज मंदिर में रविवार को भक्तों की तो भारी भीड़ उल्लास में नजर आई।

By Vipin ParasharEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Sun, 27 Nov 2022 05:42 PM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 05:42 PM (IST)
Banke Bihari: प्राकट्योत्स पर सजा निधिवन राज मंदिर, पांच कुंतल दूध-दही से होगा प्राकट्यस्थली का महाभिषेक
Bihar Panchami: निधिवन राज मंदिर में रविवार को भक्तों की तो भारी भीड़ उल्लास में नजर आई।

संवाद सहयोगी, वृंदावन-मथुरा। ठा. बांकेबिहारी का सोमवार को विहार पंचमी पर प्राकट्योत्सव उल्लास पूर्वक मनाया जाएगा। सुबह निधिवन राज मंदिर में ठाकुरजी की प्राकट्यस्थली का महाभिषेक होगा, तो इसके बाद दिव्य शोभायात्रा के रूप में स्वामी हरिदास का छायाचित्र चांदी के रथ में बधाई देने ठा. बांकेबिहारी मंदिर के लिए निकलेगा।

prime article banner

Banke Bihari Mandir निधिवन की कुंजों को सजया जा रहा

संगीत सम्राट स्वामी हरिदास की साधना स्थली और ठा. बांकेबिहारी की प्राकट्यस्थली निधिवन राज मंदिर रविवार को उल्लासमय नजर आया। प्राचीन वृक्षावलियों से आच्छादित इस निधिवन की कुंजों को रंगबिरंगे तरीके से सजाया जा रहा है। आधुनिक प्रकाश की व्यवस्था की गई है, ताकि भोर के अंधेरे में अद्भुत प्रकाश ठाकुरजी का स्वागत कर सके।

Banke Bihari Mandir अनेक प्रांतों से आए श्रद्धालु

मंदिर में रविवार को देशभर के अनेक प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने स्वामी हरिदास की समाधि स्थल से लेकर ठाकुरजी की रास स्थली, ठा. बांकेबिहारी की प्राकट्यस्थली, ललिता सखी के मंदिर के दर्शन किए और मंदिर में भजनों पर जमकर नृत्य किया।

ये भी पढ़ें...

Jagannath Temple: ओडिशा के कानून मंत्री बोले, पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने बेच दी महाप्रभु की 40 एकड़ जमीन

हर श्रद्धालु ठाकुरजी के प्राकट्योत्सव की खुशी में मदमस्त नजर आया। मंदिर की प्रवेश गली से लेकर अंदर प्रवेशद्वारों पर विशेष प्रकार की सजावट की जा रही है। सुबह की तैयारियों को अंजाम देने के लिए मंदिर के कर्मचारी और सेवायत व्यवस्थाएं बनाने में लगे हुए हैं।

पांच कुंतल दूध-दही से होगा प्राकट्यस्थली का महाभिषेक

ठा. बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव निधिवन राज मंदिर से बांकेबिहारी मंदिर तक सोमवार को मनाया जाएगा। निधिवन राज मंदिर स्थित ठाकुरजी की प्राकट्यस्थली पर सोमवार सुबह महाभिषेक होगा। इसके बाद आरती उतारने के साथ बधाई गायन होगा और फिर शुरू होगी बधाई यात्रा। ये निधिवन राज मंदिर से निकलकर बांकेबिहारी मंदिर तक पहुंचेगी।

प्राकट्यस्थली पर उतारी जाएगी आरती

ठा. बांकेबिहारी की प्राकट्यस्थली निधिवन राज मंदिर में होने वाले बांकेबिहारी के प्राकट्योत्सव की जानकारी देते हुए मंदिर सेवायत भिक्की गोस्वामी ने बताया, आराध्य का प्राकट्योत्सव हर वर्ष की तरह इस बार भी पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। सुबह पांच बजे ठा. बांकेबिहारीजी की प्राकट्यस्थली का वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पांच कुंतल दूध, दही, शर्करा, बूरा, घी व जड़ी-बूटियों से महाभिषेक होगा। इसके बाद प्राकट्यस्थली की आरती उतारी जाएगी। आरती के बाद महिला श्रद्धालु ठाकुरजी के प्राकट्य पर बधाई गायन करेंगी। सुबह आठ बजे से बधाईयात्रा शुरू होगी।

चांदी के रथ में विराजमान होकर बधाई को निकलेंगे

ठा. बांकेबिहारी के प्राकट्यकर्ता संगीत सम्राट स्वामी हरिदास चांदी के रथ में विराजमान होकर बधाई लेकर ठा. बांकेबिहारी मंदिर के लिए रवाना होंगे। शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए दोपहर को राजभोग के बाद मंदिर पहुंचेगी और स्वामी हरिदास अपने लड़ैते बांकेबिहारी को बधाई अर्पित करेंगे।

पांच बैंड, दर्जनों होंगी झांकियां

निधिवन राज मंदिर से निकलने वाली बधाईयात्रा में देश के विभिन्न शहरों के पांच बैंड शामिल होंगे। स्वामी हरिदास, ठा. बांकेबिहारी समेत दर्जनभर झांकिया भी शामिल होंगी। महिलाओं का डांडिया और लोक नृत्य शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण होगा। शोभायात्रा के आगे श्रद्धालु सोहनी सेवा करते हुए चलेंगे।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.