Prayagraj: दो जून की रोटी हुई महंगी, 15 दिनों के अंदर आटा, मैदा, सूजी के थोक भावों में आया उछाल
Prayagraj News थोक में आटा जहां 200 रुपये प्रति कुंतल बढ़ा है तो वहीं फुटकर में इसकी कीमत में प्रतिकिलो दो-तीन रुपये का इजाफा हुआ है। यही हाल मैदा सूजी और रिफाइंड का भी है। पिछले छह माह से आटे के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: Prayagraj- घर गृहस्थी चलाने पर संकट बढ़ता ही जा रहा है। लोगों की थाली में रोटी महंगी हो गई है। 15 दिन के भीतर आटा, मैदा, सूजी और रिफाइंड के दाम बढ़ने से लोग परेशान हैं। थोक में आटा जहां 200 रुपये प्रति कुंतल बढ़ा है तो वहीं फुटकर में इसकी कीमत में प्रतिकिलो दो-तीन रुपये का इजाफा हुआ है। यही हाल मैदा, सूजी और रिफाइंड का भी है। पिछले छह माह से आटे के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसकी वजह खुले बाजार में गेहूं काफी कम मात्रा में आना है। महंगे दाम पर गेहूं खरीदने की वजह से आटे का दाम भी बढ़ा है।
तेल भी महंगा
तेल भी महंगा 15 लीटर का रिफाइंड पिछले माह 2050 रुपये प्रति िटन था, जो इस समय 2125 रुपये तक पहुंच गया है। फुटकर में इसकी कीमत 190 रुपये प्रति लीटर है। जबकि सरसों का तेल 180 रुपये प्रति िकलो है।
सामान | थोक (पहले) | थोक (अब) | फुटकर |
आटा | 3000 | 3200 | 35 |
ब्रांडेड आटा | 3800 | 4100 | 43 |
मैदा | 3050 | 3250 | 35 |
सूजी | 3150 | 3350 | 37 |
चीनी | 3850 | 3900 | 42 |
थोक भाव रुपये प्रति क्विंटल में है, फुटकर रुपये प्रति किलो।
इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी इस महंगाई पर कहते हैं कि गेहूं को दूसरे राज्यों और दूसरे देशों में भी भिजवाया जाता है। इस कारण खुले बाजार में गेहूं बेहद कम मात्रा में आया। इसी कारण आटे के दाम में बढ़ोत्तरी हुई है। खुले और ब्रांडेड आटे की तुलना की जाए तो इसमें 700-800 रुपये का अंतर है।