Jammu Kashmir Politics: जम्मू कश्मीर में नेकां और पीडीपी संग गठबंधन कर सकती है कांग्रेस!
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में नेकां और पीडीपी से मिले भरपूर सहयोग के बदले आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस कश्मीर केंद्रित इन पार्टियों का साथ दे सकती है। जम्मू कश्मीर के सियासी गलियारों में चर्चा है कि इन पार्टियों की जुगलबंदी फिर से गठबंधन की ओर बढ़ रही।
जम्मू, जागरण डिजिटल डेस्क। जम्मू कश्मीर में कांग्रेस अब अनुच्छेद 370 के मुद्दे को नहीं छेड़ेगी। इसकी जगह उसका पूरा ध्यान जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस कराने पर रहेगा। इसी मुद्दे पर राजनीति के सहारे कांग्रेस निकट भविष्य में होने वाले चुनावों में नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन कर सकती है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में नेकां और पीडीपी से मिले भरपूर सहयोग के बदले आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस कश्मीर केंद्रित इन पार्टियों का साथ दे सकती है। बता दें कि कांग्रेस पहले भी पीडीपी और नेकां के साथ सरकार में शामिल होती रही है। अनुच्छेद 370 की समाप्ति के विरोध में बने कश्मीर केंद्रित पार्टियों के पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) में भी कांग्रेस का साथ रहा है।
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भारत जोड़ो यात्रा में मिला था नेकां और पीडीपी का साथ
भारत जोड़ो यात्रा जिस समय जम्मू कश्मीर में थी तब नेकां और पीडीपी ने पूरे मन से कांग्रेस का साथ दिया था। दोनों पार्टियों के मुखियाओं ने लखनपुर से कश्मीर तक राहुल गांधी के साथ चलकर संकेत दिया था कि वह कांग्रेस के मुद्दों पर उसके साथ है। नेकां अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए लखनपुर गए थे। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अपनी मां के साथ यात्रा में शामिल हुई थीं।
कांग्रेस से हैं दोनों पार्टी के पुराने रिश्ते
नेकां और पीडीपी के कांग्रेस से पुराने रिश्ते रहे हैं। एकीकृत जम्मू कश्मीर राज्य में वर्ष 2002 में पीडीपी व कांग्रेस की गठबंधन सरकार तीन-तीन साल के मुख्यमंत्री के फॉर्मूले पर बनी थी। इसमें मुफ्ती मोहम्मद सईद व गुलाम नबी आजाद बारी-बारी से मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद 2008 में नेकां व कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनी थी। इसमें सोनिया गांधी व राहुल गांधी के निर्देश पर उमर अब्दुल्ला छह साल तक मुख्यमंत्री रहे। भले ही कांग्रेस का मुख्यमंत्री नहीं बना, पर उमर पर उसकी पूरी मेहरबानी रही।
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एक बार फिर गठबंधन की और बढ़ रही कांग्रेस
जम्मू कश्मीर के सियासी गलियारों में चर्चा है कि इन पार्टियों की जुगलबंदी फिर से गठबंधन की ओर बढ़ रही है।
इसमें कोई शक नहीं है कि नेकां व पीडीपी ने राहुल गांधी की यात्रा का दिल खोल कर स्वागत किया। गठबंधन के विकल्प तो राजनीति में खुले रहते हैं। विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद ही गठजोड़ की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं। अभी पहले से कुछ कहना जल्दबाजी होगी।