Kullu News: देवधार के समीप फोरलेन पर मंडराया भूस्खलन का खतरा, घरों में आ गई दरारें, ग्रामीणों में दहशत
कुल्लू के साथ लगते देवधार में फोरलेन पर लगभग 100 मीटर से अधिक जगह पर भूस्खलन होना शुरू हो गया है। लगातार बारिश होगी तो यह मार्ग पूरा क्षतिग्रस्त हो सकता है। देवधार में फोरलेन पर भूस्खलन होना शुरू हो गया है। (फाइल फोटो)
कुल्लू, संवाद सहयोगी। जिला मुख्यालय कुल्लू के साथ लगते देवधार में फोरलेन पर लगभग 100 मीटर से अधिक जगह पर भूस्खलन होना शुरू हो गया है। लगातार बारिश होगी तो यह मार्ग पूरा क्षतिग्रस्त हो सकता है। ऐसे में सड़क के ऊपरी तरफ रह रहे लोगों को भी खतरा पैदा हो गया है। कई बार इस बारे में स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन से घरों व जमीन को सुरक्षित करने की मांग की है, लेकिन आज तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
यह भी पढ़ें Himachal News: विश्व बैंक की मदद से हिमाचल में चलेगी 2500 करोड़ की परियोजना, सीएम ने की बैठक
भूस्खलन के कारण पड़ी घरों में दरारें
वर्ष 2020 में भी खराहल घाटी के न्योली पंचायत के तहत कई ग्रामीणों के घरों में भूस्खलन के कारण दरारें आ गई थी। ऐसे में यहां पर दो मकान भी खाली करवाए गए थे। इसके बाद यहां पर सड़क किनारे डंगे तो लगा दिए गए, लेकिन अब वह भी गिरने के कगार पर पहुंच चुके हैं, ऐसे में अब एक बार फिर ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
यहां पर करीब 50 घर भूस्खलन की जद में आ सकते हैं। जल्द समाधान नहीं हुआ तो नुकसान काफी अधिक हो सकता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस जगह को सुरक्षित किया जाए।
यह भी पढ़ें Sirmaur: सिरमौर जिला कोष कार्यालय बना हिमाचल में फोर स्टार रेटिंग वाला पहला भवन
लोगों पर भी मंडराने लगा संकट
देवधार के पास लगातार कई वर्षों से भूस्खलन हो रहा है। इसकी रोकथाम के लिए पंचायत की ओर से आवाज उठाई जाती है। प्रशासन और एनएचएआइ ने भी यहां पर हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए कदम उठाए हैं। लोगों को दिक्कत पेश न आए इसका ध्यान रखा जाएगा।- ओम प्रकाश, प्रधान ग्राम पंचायत न्योली।
देवधार में हो रहे भूस्खलन को लेकर आदेश जारी किए थे। इसके बाद एनएचएआइ ने यह कार्य आईआईटी रोपड़ को दिया है। इसकी रिपोर्ट अभी तक हमें प्राप्त नहीं हुई है। -आशुतोष गर्ग, उपायुक्त कुल्लू।
रोपड़ आईआईटी के वैज्ञानिक कर रहे जांच
देवधार में हो रहे भूस्खलन की रोपड़ आईआईटी के वैज्ञानिक जांच कर रहे हैं। अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही भूस्खलन होने का सही कारण पता चल पाएगा।