Panipat Weather: सुबह नौ बजे से दिनभर रुक-रुककर जिले में होती रही बूंदाबांदी
पानीपत जिले में रविवार को सुबह नौ बजे से दिनभर रुक-रुककर बूंदाबांदी होती रही। अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं 04 एमएम वर्षा औद्योगिक नगरी में दर्ज की गई। लगातार बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हुआ। दिनभर हुई वर्षा के कारण सब्जी मंडी भी ठप रहा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : रविवार को सुबह से मौसम में बदलाव रहा। सुबह से ही बादलों की आवाजाही रही। नौ बजे के बाद बूंदाबांदी शुरू हो गई। उसके बाद दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही। लगातार बारिश होने से जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
यह भी पढ़ें: Haryana: सिरसा जिले के ऐलनाबाद में चालीस साल का इंतजार खत्म, हो सकेंगे पोस्टमार्टम
अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके साथ ही शाम छह बजे तक चार मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 30 जनवरी को भी क हल्की वर्षा व बूंदाबांदी होने की संभावना है। अगले 24 घंटे में औद्योगिक नगरी पानीपत में हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं।
गेहूं की बंपर फसल होने की संभावना
जनवरी की सर्दी ने गेहूं की बंपर पैदावार के संकेत दिए हैं। लगातार कम तापमान बने रहने और वर्षा होने से खेत में खड़ी गेहूं की फसल को अच्छी वृद्धि दे दी है। इस बार गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होने के आसार हैं। गेहूं बुवाई का रकबा भी पिछली बार के मुकाबले बढ़ा है।
सब्जी मंडी में काम काज ठप रहा
दिन भर बारिश होने से सब्जी मंडी में का कामकाज ठप रहा। कीचड़ से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी मंडी आढ़ती अशोक कटारिया ने बताया कि बारिश के चलते ग्राहकी कमजोर रही। फल फ्रूट के साथ-साथ सब्जियों की कम बिक्री हुई। सब्जी मंडी में बोली भी नहीं हो सकी।
जिला में रविवार शाम छह बजे तक बारिश की स्थिति
पानीपत - चार एमएम
समालखा- एक एमएम
इसराना - तीन एमएम
बापौली - दो एमएम
पटरी बाजार भी नहीं लगा
रविवार को इंसार बाजार और सनौली रोड पर शिव चौक पास लगने वाला पटरी बाजार भी नहीं लग सका।
प्रदूषण को धो डाला बारिश ने
प्रदूषण को धो डाला। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की बुलेटिन के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स पीएम 10 का स्तर 31 रहा जो बेहतर श्रेणी में रहा। एक दिन पहले वायु प्रदूषण का स्तर 111 अंक रहा था।
यह भी पढ़ें: Rewari News: नहर टूटने से जलमग्न हुई फसलें, किसानों में रोष