जागरण पड़ताल : फरीदाबाद में लीकेज की समस्या से लाखों लोग परेशान, पाइप डालकर किया जाएगा समाधान
Faridabad News पता लगा कि ट्रैक के नीचे पाइप लाइन लीक है। अब लाइन बदलने के लिए रेलवे की अनुमति तो ले ली है लेकिन जो पाइप बदला जाना है वह कोलकाता की एक फैक्ट्री में बनता है।
फरीदाबाद, प्रवीन कौशिक। शहर में लाखों लोगों तक पेयजल आपूर्ति में रेनीवेल लाइनों की लीकेज बड़ी समस्या है। हजारों परिवार तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) के सामने बड़ी चुनौती आ रही है। रेलवे ट्रैक के नीचे रेनीवेल लाइन में लीकेज ठीक नहीं हो पा रही है। इसके नीचे डाले जाने वाले पाइप करीब 1525 किलोमीटर दूर कोलकाता से आने हैं। इसके बाद ही समाधान हो पाएगा।
नीलम पुल के नीचे लीकेज
नीलम रेलवे पुल के नीचे कई महीने से रेनीवेल की पाइप लाइन लीक है। पिछले सप्ताह खोदाई की गई। पता लगा कि ट्रैक के नीचे पाइप लाइन लीक है। अब लाइन बदलने के लिए रेलवे की अनुमति तो ले ली है लेकिन जो पाइप बदला जाना है, वह कोलकाता की एक फैक्ट्री में बनता है।
इस वजह से कई महीने से लाखों लीटर पानी रोज व्यर्थ हो रहा है। रेनीवेल की लाइन नंबर चार में 25 एमएलडी पानी सप्लाई होता है जो बूस्टर के माध्यम से लोगाें के घरों तक पहुंचता है। ट्रैक के नीचे पहले 600 एमएम का पाइप है। इसके अंदर 450 एमएम रेनीवेल की पाइप लाइन है।
मुजेसर फाटक के नीचे लीकेज
ऐसा ही हाल मुजेसर रेलवे फाटक के नीचे है। यहां काफी समय से पेयजल लाइन लीक है। यहां लाइन की मोटाई 200 एमएम है। यहां भी लाइन बदली जानी है।
लीकेज की वजह से नहीं बढ़ रही आपूर्ति
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के छह रेनीवेल एफएमडीए ने टेकओवर कर चालू कर दिए हैं। इनसे रोज 60 एमएलडी पानी मिल रहा है। इस पानी के बढ़ने के बाद रेनीवेल लाइनों पर दबाव बढ़ा है। इस वजह से पुरानी लाइनों में जगह-जगह लीकेज होना शुरू हो गई है। कहीं लाइनों के जोड़ पर दिक्कत है तो कहीं लाइनें जर्जर हैं।
बाईपास पर नहीं हो सकी शिफ्ट
बाईपास पर निर्माणाधीन दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की राह में आ रही रेनीवेल की लाइन नंबर दो को सेक्टर-दो के सामने से शिफ्ट किया जाना है। इस लाइन से लगभग पांच लाख लोगों तक पेयजल आपूर्ति पहुंचती है। एक्सप्रेस-वे के नीचे रेनीवेल की 900 एमएम की लाइन आ रही है। भविष्य में रेनीवेल लाइन को क्षति न पहुंचे, इसलिए लाइन को शिफ्ट कर दूसरा कनेक्शन करना जरूरी है। इसके लिए काफी समय से प्रयास किए जा रहे हैं।
शहर की आबादी -लगभग 26 लाख
- कुल रेनीवेल - 22
- लाइनों की संख्या - आठ
- पेयजल सप्लाई करीब 200 एमएलडी
- ट्यूबवेलों की संख्या - करीब 1600
- शहर में पेयजल की मांग - 450 एमएलडी
- सप्लाई - 330 एमएलडी
- अंतर 120 एमएलडी
ट्रैक के नीचे विशेष प्रकार के पाइप हैं। ये पाइप यहां आसपास नहीं मिलते। ठेकेदार को काेलकाता की फैक्ट्री से पाइप लाने को कहा गया है। वहां आर्डर के बाद ही पाइप बनते हैं। इसलिए पाइप आने में अभी कुछ दिन और लगेंगे। लाइन बदलने में दो दिन लग जाएंगे।