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कुढ़नी में किसकी शह, किसे मात? केदार गुप्ता खिलाएंगे 'कमल' या मनोज कुशवाहा का 'तीर' मारेगा बाजी

Live Kurhani By election 2022 Result कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में 13 उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला महागठबंधन और भाजपा के बीच है। 2020 के विस चुनाव में कुढ़नी सीट पर राजद की जीत हुई थी। वहीं भाजपा के उम्मीदवार केदार गुप्ता महज 712 मतों चुनाव हार गए थे।

By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyPublished: Thu, 08 Dec 2022 08:43 AM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2022 08:43 AM (IST)
कुढ़नी में भाजपा प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता और जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा के बीच मुकाबला

मुजफ्फरपुर, जागरण ,संवाददाता। Kurhani By election 2022 Result Live: कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के लिए आज वोटों की गिनती हो रही है। आरडीएस कॉलेज पर 23 राउंड में वोटों की गिनती होगी। इसके लिए 14 टेबल बनाए गए हैं। 22 राउंड में सभी 14 टेबल पर वोटों की गिनती होगी। अंतिम राउंड में 12 टेबल पर ही मतगणना होगी।  इस उपचुनाव में भाजपा और महागठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। भाजपा की तरफ से जहां केदार प्रसाद गुप्ता मैदान में हैं, तो महागठबंधन ने जदयू के  मनोज कुशवाहा पर दांव लगाया है।बता दें कि पांच दिसंबर को कुढ़नी उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी, जिसका नतीजा आज आने वाला है।

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भाजपा और जदयू के बीच रोचक मुकाबला

कुढ़नी में लड़ाई तीन बार के पूर्व विधायक रहे जदयू के मनोज कुशवाहा और भाजपा से पिछले चुनाव में महज 712 मतों से हारे पूर्व विधायक केदार गुप्ता के बीच दिख रही है। वीआइपी और ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवारों पर भी सबकी नजर टिकी हुई है। वीआइपी के उम्मीदवार निलाभ कुमार इसमें तीसरा कोण का प्रयास करते दिख रहे हैं। उनको आए वोट एनडीए का ही खेल बिगाड़ेगा। एआइएमआइएम उम्मीदवार मो. गुलाम मुर्तजा भी मैदान में हैं। अल्पसंख्यक वोट पर ही उनकी नजर है।

2020 में राजद ने कुढ़नी में दर्ज कराई थी जीत

2020 के विधानसभा चुनाव में कुढ़नी सीट पर राजद की जीत हुई थी। वहीं, भाजपा के उम्मीदवार केदार गुप्ता महज 712 मतों चुनाव हार गए थे। वहीं, जेडीयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा पहले भी कुढ़नी विधानसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं। 2010 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लोजपा के बिजेंद्र चौधरी को 1570 वोटों के अंतर से मात दी थी। हालांकि, इसके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी के केदार गुप्ता से हार का सामना करना पड़ा था।

कई मायनों में उपचुनाव है खास

इस बार का उपचुनाव अहम इसलिए भी है क्योंकि 2020 में भाजपा को जदयू का भी समर्थन हासिल था। इस बार जदयू और राजद एक साथ हैं। साथ ही भाजपा से अलगाव के बाद पहली बार नीतीश कुमार से सीधा मुकाबला हो रहा है। एक तरफ जहां महागठबंधन के पास कांग्रेस व वाम दल समेत सात दलों की ताकत शामिल है, वहीं भाजपा लोजपा के चिराग पासवान और पशुपाति पारस की मदद से संघर्ष कर रही है। 


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